- चाँद पृथ्वी का साथी ग्रह है।
- चाँद का आकार पृथ्वी के तुलना में बहुत छोटा है।
- चाँद पृथ्वी से लगभग 384,400 किलोमीटर की दूरी पर है।
- चाँद की कक्षा गोल है और इसकी आयतनिक दिशा नहीं होती।
- चाँद के दो पहलु नहीं दिख सकते हैं क्योंकि यह हमेशा एक ही पहलू में दिखता है।
- पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण चंद्रमा परिक्रमा करता रहता है। यह चंद्रमा के वेग की दिशा बदलता रहता है। चंद्रमा की दो गतियां होती हैं, पहला यह कि वह अपनी धुरी पर अपने आप चक्कर लगाएगा और दूसरा, यह पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाएगा।
- चाँद पर धरातल की तुलना में गुरुत्वाकर्षण कम होता है।
- चाँद का रंग सफेद होता है क्योंकि यह सूर्य की किरणों को पूरी तरह से प्रतिबिम्बित करता है।
- चाँद के सतह पर कई क्रेटर्स (गड्ढे) होते हैं, जो उसके चिह्न होते हैं।
- चाँद की दिन-रात की अवधि पृथ्वी से बहुत लम्बी है, लगभग 29.5 पृथ्वी दिनों के बराबर।
- चाँद के सतह पर गिरी हुई वस्तुओं को “मूनरोक्स” कहा जाता है।
- चाँद की सतह पर धूल या मिट्टी की न कोई झिल्ली होती है और न ही पौधों का जीवन होता है।
- चाँद के सतह पर कोई हवा नहीं होती है, जिसके कारण वहाँ कोई ध्वनि नहीं सुनाई देती है।
- चाँद के तीसरे भाग को कुँडली या मारिया कहा जाता है, और यह सामुद्रों की तरह दिखता है।
- चाँद के पूर्ण चक्कर की दिन-रात की तथ्य यह है कि वह हमेशा एक पहलू में रहता है, तथा एक दिन और एक रात की अवधि लगभग 14 भौतिक दिन और 14 भौतिक रात के बराबर है।
- चाँद के उपग्रह के बिना धरातल पर चंद्रकांत और पूर्णिमा के बिना रात्रि की तारीक नहीं होती।
- चाँद का नाम सभी संस्कृत में अलग-अलग होता है, जैसे इंग्लिश में Moon, हिन्दी में चाँद, और स्पेनिश में Luna।
- चाँद पर कोई जल नहीं होता, जिसके कारण वहाँ पर जल संचयन और पानी की सारी आवश्यकताएँ पृथ्वी से अलग होती हैं।
- चाँद पर वर्षा नहीं होती, जिसके कारण वहाँ के क्रेटर्स बर्फ के समान रंग के होते हैं।
- चाँद के पास उदारमंडल की नहीं होती, इसलिए वहाँ न कभी बारिश होती है और न ही बादल पाए जाते हैं।
- चाँद पर कार्बन डाइऑक्साइड की अधिश्रित मानसूनी वायुमंडल होता है।
- चाँद पर समुद्रों की अधिकतम गहराई लगभग 3 किलोमीटर होती है।
- चाँद की किनारों पर कई स्थल हैं, जो सुंदर नामों से जाने जाते हैं, जैसे सी ऑफ ट्रैनक्विलिटी और सी ऑफ सरेनिटी।
- चाँद पर ज़ीरो ग्रेविटी क्षेत्र होता है, जिसके कारण वहाँ पर चलना हलका और आसान होता है।
- चाँद के छोटे गड्ढों को “रिले” कहते हैं, और ये आमतौर पर क्रेटर्स के पास पाए जाते हैं।
- चाँद के सतह पर विमानों और अंतरिक्ष मिशनों के लिए विमानचलन की कोई आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि वहाँ पर वायुमंडल नहीं होता।
- चाँद पर पहली मानव मिशन, अपोलो 11, ने 1969 में चाँद पर कदम रखा था।
- चाँद पर कई मानव मिशन भेजे गए हैं, जैसे अपोलो, चंद्रयान, और अर्तमिस।
- चाँद की सतह पर मानव अवकाश में पहला कदम 1969 में नील आर्मस्ट्रॉंग ने रखा था।
- चाँद की सतह पर मानवों के चाँद की सतह पर कदम रखने की संरचना को “लेम” कहा जाता है।
- चाँद के दौरे पर गए अपोलो अंतरिक्ष यातायात कार्यक्रम के दौरान लगभग 12 अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री चाँद पर पहुँचे थे।
- चाँद के पास उदारमंडल की नहीं होती, इसलिए वहाँ पर कोई आवाज़ प्रसारित नहीं होती।
- चाँद की कक्षा का उत्तराधिकारी कोई ग्रह नहीं होता।
- चाँद पर तापमान रात्रि को बर्फीला और दिन में बेहद गर्म होता है।
- चाँद की सतह पर कोई आधा जीवन नहीं होता और यहाँ के जीवों की कोई जाँच-परख नहीं हुई है।
- चाँद पर ज़ीरो जलसंचयन होता है, क्योंकि यहाँ पर बारिश नहीं होती।
- चाँद की सतह पर अनेक भूकंप घटित होते हैं, जिनका कारण चाँद की सतह की गर्मी के परिवर्तन होते हैं।
- चाँद का व्यापारिक अनुसंधान और उपयोग किया जा रहा है, जैसे खगोलशास्त्र, सैटेलाइट संचालन, और अंतरिक्ष परिवहन के लिए।
- चाँद पर गिरे हुए अमेरिकी ध्वज को अपोलो 11 मिशन के दौरान छोड़ दिया गया था।
- चाँद पर गोल्डन रेट की खोज की गई, लेकिन यहाँ से किसी भी प्रकार का खदान किया नहीं जा सकता है।
- चाँद पर नक्षत्रों का साफ और बेहद दिखाई देता है, क्योंकि यहाँ पर प्रदूषण कम होता है।
- चाँद पर गड्ढों की अधिकतम गहराई कुछ किलोमीटर से कम होती है, जिसके कारण यह वहाँ के क्रेटर्स की पहचान का स्थल होते हैं।
- चाँद के उपग्रहों का नाम पहली बार यूरोपियन खगोलज्ञ गैलिलियो ने दिया था।
- चाँद पर बारिश के बजाय बर्फ गिरती है, लेकिन इसमें बर्फ की तरह कुछ ठंडापन नहीं होता।
- चाँद पर सूर्य की बेहद अधिक तापमान होता है, जिसके कारण यहाँ पर जीवन संभावना नहीं है।
- चाँद की सतह पर पानी की संचयन की कोई साकारात्मक सूचना नहीं है।
- चाँद पर पानी की जगह हेलियम-3 और हेलियम-4 के आपूर्ति स्रोत के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जो अंतरिक्ष यातायात के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
- चाँद पर प्राचीन काल में अंधकार और प्रकाश के बीच संज्ञान और मानवीय गतिविधियाँ नहीं होती थीं, लेकिन आजकल यहाँ पर सौर पैनल्स के द्वारा बिजली उत्पादन की जा रही है।
- चाँद की सतह पर किसी भी जीवित प्राणी की नहीं होती, लेकिन वहाँ के धरातल पर जीवों के चिह्न हो सकते हैं।
- चाँद पर मानवों के द्वारा भेजे गए गैर-मानवीय वस्त्रों की कुछ अवशेष मौजूद हैं, जैसे यूनियफॉर्म्स और दरबारी उपस्थितियों के निशान।